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Wednesday, December 31, 2014

माला जपने से



  • माला जपने से भक्त नहीं होता ,माला चले न चले मन में भगवान् बसे तो भक्त है

Tuesday, December 30, 2014

जिंदगी एक एक पल




  • जिंदगी एक एक पल से बन कर बनती है ,अगर जीवन को सम्मान देना चाहते हो तो समय को बरबाद मत होने दो

Monday, December 29, 2014

भरने का काम गुरु





  • जीवन में तरंग भरने का काम गुरु करता है ! पूनम को दर्शन करो गुरु के ,अगर नहीं कर सकते तो एक दिन उन के लिए दो ,उस दिन गुरु वाणी का जाप ,मन्त्र का जाप करो ,लेखा जोखा गुरुवर को दो !

Sunday, December 28, 2014

व्यावहार से



  • व्यावहार से आप ऊंचे नीचे होते हैं ,व्यावहार स्वच्छ रखें !

किसी की तरक्की




  • किसी की तरक्की देखो तो उन को देख कर जलना नहीं ,अपना सुख बरबाद मत करो ,ख़ुद भी आगे बढ़ने की कोशिश करो !

Saturday, December 27, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] गुण ग्राहक


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-26 21:11 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] गुण ग्राहक
To: mggarga1932@gmail.com




गुण ग्राहक बनो अवगुण मत देखो !


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/27/2014 10:41:00 am को पोस्ट किया गया

Monday, December 22, 2014

अचल रहा जो अपने






  • अचल रहा जो अपने पथ पर लाख मुसीबत आने में,
  • मिली सफलता जग में उसको जीने में मर जाने में!
  • खडा हिमालय् बता रहा हे डरो न आंधी पानी से ,
  • खडे रहो अपने पथ पर सब कठिनाई तुफानों में !

Fwd: [AMRIT VANI ] वीर एक बार


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-21 20:50 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] वीर एक बार
To: mggarga1932@gmail.com





  • वीर एक बार मरता है और अमर हो जाता है ,कायर तो रोज मरता है


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/22/2014 10:20:00 am को पोस्ट किया गया

Sunday, December 21, 2014

अन्याय, अभाव और आलस्य



अन्यायअभाव और आलस्य अज्ञानता के कारण ही पैदा होते है। ज्ञान हो तो यह सारीचीजें मिटने लगती है। सबसे पहले अज्ञान का नाश करने की बात सोचिए। 

Fwd: [AMRIT VANI ] संसार को जोड़ने


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-21 3:00 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] संसार को जोड़ने
To: mggarga1932@gmail.com




  • संसार को जोड़ने की चीज है :- त्याग ,संसार को तोड़ने की चीज है :- स्वार्थ अपना अपना स्वार्थ लेकर चलोगे सम्बन्ध टूटेंगे ,जीवन बिखरेगा ,एक दुसरे के प्रती त्याग करके देखीऐ प्यार बढेगा ,सम्बन्ध सुधरेंगे


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/21/2014 04:30:00 pm को पोस्ट किया गया

Saturday, December 20, 2014

अचल रहा जो अपने पथ







  • अचल रहा जो अपने पथ पर लाख मुसीबत आने में,
  • मिली सफलता जग में उसको जीने में मर जाने में!
  • खडा हिमालय् बता रहा हे डरो न आंधी पानी से ,
  • खडे रहो अपने पथ पर सब कठिनाई तुफानों में !

Friday, December 19, 2014

पुण्य नहीं कमा सकते






  • पुण्य नहीं कमा सकते तो घर में पाप लेकर मत आओ ! जिस घर में पुण्य की कमाई आये ,वहाँ से स्वर्ग की खुशबू आया करती है ! सारी शक्तियां घर में आ जायेंगी और जीवन में कोई कमी नहीं रहेगी !

Fwd: आप जीने के लिये


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-19 2:40 GMT-08:00
Subject: आप जीने के लिये
To:





हम प्रकृति के नहीं हैं यह हमें भोगने के लिये दी गयी है !

आप जीने के लिये खाते हैं ,खाने के लिये जीवन नहीं है !

Monday, December 15, 2014

चिन्ता भय से ग्रस्त




  • चिन्ता भय से ग्रस्त मनुष्त किसी कार्य को आरम्भ ही नहीं करता क्योंकि वह अपने मार्ग में अनेकों बाधाएं देखने लगता हे और यदि वह आरम्भ कर भी दे तो चिन्ता का बोज्ञ उठाने से वह इतना थक जाता हे कि कार्य का बोज्ञ उठाना उसके बस का नहीं होता ! इस लिय चिंता मत करो !

Fwd: [AMRIT VANI ] जीभ वह गाय है


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-14 20:22 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] जीभ वह गाय है
To: mggarga1932@gmail.com




  • जीभ वह गाय है जो दुसरे का मान से लहराती हुई खेती को चरने के लिय हमैशा लालायत रहती है ,इस को खूंटे से बाँध कर रखो


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/15/2014 09:52:00 am को पोस्ट किया गया

Sunday, December 14, 2014

तुम्हारे दरवाजे पर




तुम्हारे दरवाजे पर कोई मांगने आता हे तो यह मत समज्ञना कि मांगने वाला है ! वह तुम्हे चेतावनी देने आया हे कि कभी होते हुए हमने नहीं दिया था तो आज इस जन्म में हमारे हाथ में कटोरा आ गया , तुम होते हुए जरूर देना , क्योंकि मालिक का पता नहीं , क्या खेल रचता हे ? पता नहीं चलता , कब वह कटोरा बदल देता हे ! मेरे हाथ से तुम्हारे हाथ में , तुम्हारे हाथ से मेरे हाथ में , कही ऍसा न हो कि मेरे हाथ का कटोरा तेरे हाथ में चला जाए !

Fwd: [AMRIT VANI ] माया के चक्कर


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-13 21:53 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] माया के चक्कर
To: mggarga1932@gmail.com



  • माया के चक्कर में मत पडो - पार नहीं उतर पाओगे ,
  • माया भूका जगत सब ,
  • भक्ती भूका संत ,
  • उन के हाहाकार है,
  • उनके घर बसंत
  • माया ठगनी सब को ठगे ,
  • उतरन न दे पार


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/14/2014 11:23:00 am को पोस्ट किया गया

Saturday, December 13, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] घमंड को


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-12 20:05 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] घमंड को
To: mggarga1932@gmail.com


  • घमंड को आने मत दो  ,स्वाभिमान को जाने मत दो स्वाभिमान गिरने  नहीं देता ,और घमंड उठने नहीं देता !


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/13/2014 09:35:00 am को पोस्ट किया गया

Friday, December 12, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] प्रातः उठते ही


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-11 22:38 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] प्रातः उठते ही
To: mggarga1932@gmail.com



  • प्रातः उठते ही सर्वप्रथम अपने दोनों हाथों का दर्शन करना चाहिये !अपने दोनों हाथ ही साक्षात जगन्नाथ हैं !


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/12/2014 12:08:00 pm को पोस्ट किया गया

Thursday, December 11, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] Fwd: ghar ko


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-12-10 21:35 GMT-08:00
Subject: [AMRIT VANI ] Fwd: ghar ko
To: mggarga1932@gmail.com



 







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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 12/11/2014 11:05:00 am को पोस्ट किया गया

Wednesday, November 12, 2014

Re: जब दुर्भाग्य हों



2014-11-12 5:10 GMT-08:00 Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>:

जब दुर्भाग्य हों तो चमड़ी मोटी रखो ! सुनो सब की , मगर जबान पर नियंत्रण रखो और मजाक उड़ाने वालो को ज्यादा तव्जो  मत दो ! सोचो यह समय भी गुजर जाएगा अच्छे दिन आ कर चले गए तो बुरे दिन भी चले जायेगे !




Saturday, November 8, 2014

Re: VIRAT BHAKTI SATSANG IN THANE



On Fri, Nov 7, 2014 at 8:32 PM, Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com> wrote:



HARI OM.INVITATION FOR "P. P. SUDHANSHUJI MAHARAJ" VIRAT BHAKTI SATSANG ON 4TH TO  7TH DECEMBER 2014.VENUE- MODELLA MILL COMPOUND. L. B. S. MARG. CHECK NAKA. THANE (WEST ).TIME -MORN -9.00 TO 11.30. EVEN- 5.00 TO 7.30. VISHWA JAGRITI MISSION.THANE MANDAL

Friday, November 7, 2014

Re: [AMRIT VANI ] अपने से



2014-11-07 3:30 GMT-08:00 Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>:


अपने से नीचे देख कर चलो ऊपर नहीं !


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 11/07/2014 05:00:00 pm को पोस्ट किया गया

Wednesday, November 5, 2014

सुधनम






  • सुधनम
  • चाणक्य कहते है कि जिसका धन शुद्ध है, उसके घर मे सुख सम्पत्ति है।पुराने लोगों ने चार शब्ध कहे थे जो बडे महत्त्व के है। चार शब्दों पर गौर करना "धृत नया धान पुराने घर कुलवंती नार।

    भक्ति
    भक्ति निष्काम भाव है आस्था का, समर्पण का, सेवा का, बलिदान ___-- करने का, बदले में कुछ ना चाहने का, आध्यात्मिकता का प्रथम सोपान है।
    स्वदेश का प्यार
    भरा नही जो भावों से बहती जिसमें रसधार नही।
  • हृदय नहीं वह प्थ्त्तर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नही ।

Re: [AMRIT VANI ] अपने गुरु के प्रति



2014-11-04 20:53 GMT-08:00 Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>:


अपने गुरु के प्रति श्रद्धा रखने वाला शिष्य सदा निश्चिंत  और प्रसंन  रहता है। श्रद्धा, भक्ति, और प्रेम - तीनो में प्रबल शक्ति है। इन तीनों के बिना मन बंजर भूमि की तरह है।


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 11/05/2014 10:23:00 am को पोस्ट किया गया

Monday, November 3, 2014

Re: चरित्र से कभी



2014-11-02 20:46 GMT-08:00 Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>:


  • चरित्र से कभी न गिरना हो तो महापुरुषों के चरणों में ,बड़े बुजुर्गों के चरणों में गिरे ,तेरा जीवन सुधर जायेगा !
  • परमपूज्य सुधांशुजी महाराज

Sunday, November 2, 2014

Re: जीवन का संकल्प



2014-11-01 21:09 GMT-07:00 Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>:


  • जीवन का संकल्प सामने रखो ! संकल्प महान हो ,पवित्र हो ,निस्वार्थ हो तो भगवान उसे पूरा करवाने के लिए अपनी शक्तियाँ जोड़ देते हें !

Sunday, October 5, 2014

Fwd: भक्त वह हे

 



Wednesday, October 1, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] गुरू महिमा




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परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 




गुरू महिमा

गुरू गोविन्द दोउ ,खडे काके लागुं पाय।
बलिहारी गुरूदेव की ,जिन गोविंस दियो बताय।।

गुरू बिन ज्ञान न उपजे ,गुरू बिन भक्ति न होय।
गुरू बिन संशय ना मिटे ,गुरू बिन मुक्ति न होय।।
गुरू -धोबी शिष्-कापडा ,साबुन -तिरजनहार।
तुरत -सिला पर धोइये ,निकले रंग अपार।।




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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 10/01/2014 10:51:00 am को पोस्ट किया गया

Monday, September 29, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] दुर्भाग्य जब






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परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 



दुर्भाग्य जब आता हे प्रिस्थिति खराब हो जातीं हें ,और ईनसान अकेला पड जाता हे !

छिपते सूरज को देख कर लोग दरवाजे बन्द कर लेते हें इसी प्रकार दुर्भाग्य के समय सब पराये हो जाते हें

पूज्य सुधांशुजी महाराज



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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 9/29/2014 10:29:00 am को पोस्ट किया गया

Friday, September 26, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] संत महात्मा

संत महात्मा
To: mggarga1932@gmail.com


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परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 




संत महात्मा चलते फिरते तीर्थ हैं ,संतों के दर्शन मात्र से मन को शांति मिलती है !


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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 9/26/2014 09:53:00 am को पोस्ट किया गया

Wednesday, September 24, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] जीतो


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-24 10:06 GMT+05:30
Subject: [AMRIT VANI ] जीतो
To: mggarga1932@gmail.com



परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 


क्रोध को जीतो मृदुता से 
मान को जीतो सरलता से 
माया को जीतो संतोष से 



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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 9/24/2014 10:06:00 am को पोस्ट किया गया

Monday, September 22, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] दुनिया में बदलाव


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-22 9:53 GMT+05:30
Subject: [AMRIT VANI ] दुनिया में बदलाव
To: mggarga1932@gmail.com










  • दुनिया में बदलाव लाना हे तो प्यार से लाओ , घृणा से घृणा आती हे , बदलाव नहीं आता !

  • फर्ज , कर्ज , अर्ज , मर्ज , हमेशा याद रखो इनको भुलाओ नहीं !

  • फर्ज निभाओ , कर्ज चुकाओ , अर्ज पेश करो ,मर्ज को बढने मत दो !
    पूज्य सुधांशुजी महाराज



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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 9/22/2014 09:53:00 am को पोस्ट किया गया

Sunday, September 21, 2014

Fwd: आत्म जागरण का पथ


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-21 9:53 GMT+05:30
Subject: आत्म जागरण का पथ
To:









  • आत्म जागरण का पथ

    जीवन बडा विचित्र हे , कब क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता ! भविष्य में क्या होगा
    पता नहीं हे ! काल का रूप इतना भयंकर हे सब निगल जाता हे , संभाला जा सकता हे तो केवल वर्तमान को संभाला जा सकता हे ! जो क्षण चल रहा हे वही तो वर्तमान हे ,इसी को ठीक करना होगा !अपना रासता स्वंय बनाना होगा ! जीवन में उन्नति कर सकते हें जो स्वंय अपने को उपदेश दे सकते हें !




Wednesday, September 17, 2014

Fwd: जिंदगी मैं धूप


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From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-17 10:55 GMT+05:30
Subject: जिंदगी मैं धूप
To:



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परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 



जिंदगी मैं धूप  छौं  हो सकती है बस आपको सयम  रखना है !

Tuesday, September 16, 2014

Fwd: [AMRIT VANI ] अपने बारे मैं


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From: Madan Gopal Garga LM VJM <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-16 10:13 GMT+05:30
Subject: [AMRIT VANI ] अपने बारे मैं
To: mggarga1932@gmail.com


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परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

 मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम् 


अपने बारे मैं मत  सोचो दूसरों के बारे मैं जो सोचता है वह सब का प्यारा  होता है !




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Madan Gopal Garga LM VJM द्वारा AMRIT VANI के लिए 9/16/2014 10:13:00 am को पोस्ट किया गया

Friday, September 12, 2014

Fwd: गुरु से


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From: Madan Gopal Garga <mggarga1932@gmail.com>
Date: 2014-09-12 19:12 GMT+05:30
Subject: Fwd: गुरु से
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From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-12 10:35 GMT+05:30
Subject: गुरु से
To:




Fwd: गुरु से


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From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2014-09-12 10:35 GMT+05:30
Subject: गुरु से
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