श्रीमदभागवत गीता में कहा गया है--- "देवानभावयातानेन ते देवा भावयन्तु वः" तुम देवताओं को प्रसन्न करो,,देवता तुम्हें प्रसन्न करेंगे..देवताओं के लिए यज्ञ करो,देवता फिर तुम्हारे लिए यज्ञ करेंगे,,तुम्हारा कल्याण करेंगे ..तुम्हारा भला होगा,,तुम्हें सुख मिलेगा..सुख को बांटना सीखो जिससे वह बढ़ सके..सुधांशुजी महाराज
No comments:
Post a Comment